सुब्रत राय, सहारा समूह के पूर्व प्रमुख, का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। राय का निधन 15 नवंबर, 2023 को मुंबई में हुआ। उनका अंतिम संस्कार आज 16 नवंबर को होगा।
राय का जन्म 20 जुलाई, 1948 को बिहार के पटना में हुआ था। उन्होंने 1978 में सहारा समूह की स्थापना की, जो एक वित्तीय सेवा समूह है। सहारा समूह ने बीमा, रियल एस्टेट, मीडिया और अन्य क्षेत्रों में व्यवसाय किया।
राय का समूह 2008 के वित्तीय संकट से बुरी तरह प्रभावित हुआ था। समूह पर निवेशकों से 24,000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया था। 2014 में, राय को धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 2017 में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
राय के निधन पर भारत के कई नेताओं और व्यवसायियों ने शोक व्यक्त किया है।
एक सफल व्यवसायी और समाजसेवी
सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया में हुआ था. उन्होंने 1970 के दशक में सहारा ग्रुप की स्थापना की.
सहारा ग्रुप ने रीयल एस्टेट, बीमा, वित्तीय सेवाओं, मीडिया, खेल और अन्य क्षेत्रों में व्यापक व्यवसाय खड़ा किया.
रॉय एक सफल व्यवसायी के साथ-साथ एक समाजसेवी भी थे. उन्होंने गरीब और ग्रामीण लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की.
सेबी से विवाद
सहारा ग्रुप की लंबे समय से बाज़ार नियामक सेबी के साथ लड़ाई चल रही थी. सेबी ने सहारा ग्रुप को निवेशकों का पैसा लौटाने का आदेश दिया और साल 2010 में सहारा ग्रुप की दो कंपनियों और रॉय पर जनता से पैसा जुटाने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया.
इस विवाद के कारण रॉय को कई साल जेल में भी रहना पड़ा.
सहारा समूह का भविष्य
राय की मृत्यु के बाद, सहारा समूह के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं। समूह का नेतृत्व अब राय के बेटे, संदीप राय संभाल रहे हैं। संदीप राय ने कहा कि वे समूह को मजबूत करने और निवेशकों के पैसे वापस करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राय की विरासत
राय एक विवादास्पद व्यक्ति थे। उन्हें अपने आक्रामक विज्ञापन अभियानों के लिए जाना जाता था। उन्होंने कई सामाजिक कार्यों में भी भाग लिया।
राय की मृत्यु भारत के व्यवसाय जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। वह एक सफल व्यवसायी थे जिन्होंने सहारा समूह को एक प्रमुख वित्तीय सेवा समूह में बनाया।
श्रद्धांजलि
सहारा रॉय के निधन पर कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि रॉय का निधन उत्तर प्रदेश और देश के लिए भावनात्मक क्षति है.
भारतीय पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने कहा कि रॉय एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने मुश्किल स्थितियों में आने पर कभी हार नहीं मानी.
निष्कर्ष
सुब्रत रॉय एक सफल व्यवसायी और समाजसेवी थे. उन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल कीं. उनका निधन भारतीय समाज के लिए एक बड़ी क्षति है.