नई दिल्ली, 14 नवंबर 2023: भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती आज पूरे देश में मनाई गई। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें श्रद्धांजलि सभाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और रैली शामिल थीं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेहरू जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि नेहरू जी एक महान नेता और स्वतंत्र भारत के निर्माता थे। उन्होंने भारत को एक आधुनिक राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नेहरू जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि नेहरू जी एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने भारत के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया।
नेहरू जी की जयंती के अवसर पर, दिल्ली में एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। उन्होंने नेहरू जी के विचारों और सिद्धांतों को याद किया।
नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। वह एक प्रतिभाशाली छात्र थे और उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया।
नेहरू जी भारत के पहले प्रधानमंत्री बने और उन्होंने 1947 से 1964 तक इस पद पर कार्य किया। इस दौरान उन्होंने भारत के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया। इन नीतियों में पंचवर्षीय योजनाएं, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना शामिल था।
नेहरू जी एक लोकप्रिय नेता थे और उन्हें “चाचा नेहरू” के नाम से भी जाना जाता था। वह बच्चों से बहुत प्यार करते थे और उन्हें “बाल दिवस” मनाने की शुरुआत की।
नेहरू जी के विचार और सिद्धांत आज भी भारत के लिए प्रासंगिक हैं। वह एक महान नेता थे जिन्होंने भारत को एक आधुनिक राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सरकारी समारोह
केंद्र सरकार ने नेहरू की जयंती पर कई कार्यक्रम आयोजित किए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नई दिल्ली के इंडिया गेट पर नेहरू की समाधि पर माल्यार्पण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नेहरू की समाधि पर माल्यार्पण किया और उनके जीवन और कार्यों को याद किया।
राज्य सरकारों के समारोह
राज्य सरकारों ने भी नेहरू की जयंती पर कई कार्यक्रम आयोजित किए। दिल्ली सरकार ने नेहरू के जीवन और कार्यों पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने नेहरू के नाम पर एक पुरस्कार की घोषणा की।
सामाजिक संगठनों के समारोह
सामाजिक संगठनों ने भी नेहरू की जयंती पर कई कार्यक्रम आयोजित किए। कई स्कूलों और कॉलेजों में नेहरू के जीवन और कार्यों पर व्याख्यान आयोजित किए गए। कई युवा संगठनों ने नेहरू के विचारों को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए।
नेहरू का जीवन और कार्य
नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। उनके पिता, मोतीलाल नेहरू, एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। नेहरू ने इंग्लैंड में पढ़ाई की और कानून की डिग्री प्राप्त की।
नेहरू 1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और जल्द ही एक प्रमुख नेता बन गए। उन्होंने महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया।
1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, नेहरू पहले प्रधानमंत्री बने। उन्होंने भारत के आधुनिकीकरण के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, और कृषि के क्षेत्रों में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया।
नेहरू एक कुशल राजनेता और एक दूरदर्शी नेता थे। उन्होंने भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नेहरू जी के कुछ महत्वपूर्ण योगदान
- भारत के पहले प्रधानमंत्री बने
- पंचवर्षीय योजनाओं की शुरुआत की
- शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार किए
- सामाजिक न्याय को बढ़ावा दिया
- “बाल दिवस” मनाने की शुरुआत की
नेहरू जी के विचार और सिद्धांत
- लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता
- समाजवाद और साम्यवाद
- पंचशील सिद्धांत
- अहिंसा और शांति
नेहरू जी की विरासत
पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के एक महान नेता थे। उन्होंने भारत को एक स्वतंत्र और आधुनिक राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके विचार और सिद्धांत आज भी भारत के लिए प्रासंगिक हैं।
नेहरू जी की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। इन कार्यक्रमों में नेहरू युवा केंद्र, नेहरू स्मारक और नेहरू दर्शन शामिल हैं।
नेहरू जी का जन्मदिन भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश है। इस दिन को बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
निष्कर्ष
Jawaharlal Nehru जयंती एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अवसर है। यह दिन भारत के स्वतंत्रता आंदोलन और आधुनिकीकरण में नेहरू की महत्वपूर्ण भूमिका को याद करने का अवसर है।