तमिल अभिनेता कार्थी और निर्देशक राजू मुरुगन की हालिया रिलीज़ हुई फिल्म “जपान” दर्शकों और आलोचकों दोनों से निराशाजनक समीक्षाओं के साथ रिलीज़ हुई है। फिल्म को एक पूरी तरह से नाकाम बताया जा रहा है, जिसने इसके निर्माताओं को निराश कर दिया है।
फिल्म एक छोटे-मोटे चोर की कहानी बताती है जो जापान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए जाता है। फिल्म में कार्थी एक चोर की भूमिका निभाते हैं, जबकि उनकी पत्नी का किरदार राधिका मदान ने निभाया है। फिल्म में अन्य कलाकारों में रवि प्रताप, सुब्बाराज और सूर्या शामिल हैं।
फिल्म की कहानी को काफी हद तक आलोचना मिली है। आलोचकों का कहना है कि कहानी बहुत सरल और अनुमान लगाने योग्य है। फिल्म के निर्देशन और अभिनय को भी आलोचना का सामना करना पड़ा है।
फिल्म के निर्माता मणिरत्नम ने फिल्म की असफलता पर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वह फिल्म के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे और उन्हें उम्मीद थी कि यह दर्शकों को पसंद आएगी।
“जपान” की असफलता कार्थी के लिए एक बड़ा झटका है। वह एक लोकप्रिय तमिल अभिनेता हैं और उनकी पिछली फिल्म “सूर्यवंशी” ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था।
फिल्म की कहानी और निर्देशन
फिल्म की कहानी एक छोटे-मोटे चोर की कहानी बताती है जो जापान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए जाता है। फिल्म में कार्थी एक चोर की भूमिका निभाते हैं, जिनका नाम है राजू। राजू अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए जापान जाता है। वह वहां एक भारतीय रेस्तरां में काम करता है और एक भारतीय लड़की से प्यार करता है।
फिल्म की कहानी काफी सरल और अनुमान लगाने योग्य है। फिल्म के पहले भाग में, राजू जापान में अपनी शुरुआत करता है और अपने जीवन में संघर्ष करता है। दूसरे भाग में, वह अपनी प्रेमिका से मिलता है और उनका प्यार परवान चढ़ता है। अंत में, राजू अपनी किस्मत आजमाता है और सफल होता है।
फिल्म के निर्देशन को भी आलोचना का सामना करना पड़ा है। आलोचकों का कहना है कि फिल्म का निर्देशन बहुत साधारण है और इसमें कोई नयापन नहीं है। फिल्म में कई क्लिच दृश्य हैं जो दर्शकों को उबाऊ लग सकते हैं।
फिल्म का अभिनय
फिल्म में कार्थी ने एक अच्छी कोशिश की है, लेकिन उन्हें अपनी भूमिका में ढलने में समय लगा। राधिका मदान ने भी एक अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उनकी भूमिका काफी सीमित है। अन्य कलाकारों ने भी अपनी भूमिकाओं को ठीक से निभाया है।
कुल मिलाकर, “जापान” एक पूरी तरह से नाकाम फिल्म है। यह फिल्म किसी भी तरह से देखने लायक नहीं है।
फिल्म की कुछ विशिष्ट कमियां निम्नलिखित हैं:
- कहानी बहुत ही रूढ़िवादी है।
- फिल्म में कोई भी यादगार पात्र नहीं है।
- फिल्म में कोई भी रोमांचक मोड़ नहीं है।
- फिल्म का अंत बहुत ही निराशाजनक है।
फिल्म को लेकर कुछ विशिष्ट आलोचनाएं निम्नलिखित हैं:
- कई समीक्षकों ने कहा है कि फिल्म बहुत ही नीरस है।
- कुछ समीक्षकों ने कहा है कि फिल्म बहुत ही भ्रामक है।
- कुछ समीक्षकों ने कहा है कि फिल्म बहुत ही अपमानजनक है।
फिल्म की विफलता के कुछ संभावित कारण निम्नलिखित हैं:
- फिल्म की पटकथा बहुत ही खराब है।
- फिल्म का निर्देशन बहुत ही खराब है।
- फिल्म की कहानी बहुत ही रूढ़िवादी है।
- फिल्म में कोई भी यादगार पात्र नहीं है।
फिल्म की विफलता से भारतीय फिल्म उद्योग को एक सबक मिलना चाहिए। भारतीय फिल्म निर्माताओं को अच्छी कहानियों और अच्छे निर्देशन पर ध्यान देना चाहिए।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, “जपान” एक निराशाजनक फिल्म है। फिल्म की कहानी, निर्देशन और अभिनय सभी आलोचना के घेरे में हैं। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है।