नई दिल्ली, 6 नवंबर 2023: दिल्ली, भारत की राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में आज शाम 4 बजे के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.6 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र नेपाल के रॉयल चितवन नेशनल पार्क के पास था।
भूकंप के झटके ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में महसूस कराया। दिल्ली में, भूकंप के झटके 10 सेकंड तक महसूस किए गए।
भूकंप के कारण दिल्ली में कुछ इमारतों और भवनों में दरारें आ गई हैं, हालांकि, किसी भी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। पहले, 3 नवंबर को भी दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिस समय भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 मापी गई थी।
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में आज शाम 4 बजे के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र दिल्ली से करीब 100 किलोमीटर दूर उत्तराखंड के देहरादून जिले के पास बताया जा रहा है।
भूकंप के झटके ने दिल्ली के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। भूकंप के झटकों के बाद लोगों में दहशत फैल गई, कई लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले में आ गए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भूकंप के बाद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भूकंप में कोई भी हताहत नहीं हुआ है। भूकंप के कारण दिल्ली में कुछ इमारतों में दरारें भी आ गई हैं।
भूकंप के बाद दिल्ली सरकार ने आपातकालीन उपाय शुरू कर दिए हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने सभी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।
भूकंप की चेतावनी के बाद भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली और उत्तर भारत के कई हिस्सों में और भूकंप के झटके आने की संभावना जताई है।
भूकंप के कारणों की जांच:
भूकंप, एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें भू-पटल के नीचे की चट्टानें टूटने के कारण ज़मीन की चपेट में आ जाती हैं। यह घटना अक्सर जीवन की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है और इसलिए इसकी समझ और जांच अत्यंत महत्वपूर्ण है।
भूकंप का केंद्र इस बार नेपाल के रॉयल चितवन नेशनल पार्क के पास था। यह क्षेत्र भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है और पिछले कई वर्षों से इसमें सक्रियता दर्ज की गई है। प्रारंभिक जांच से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस भूकंप के पीछे किसी प्राकृतिक आपदा या मानवीय गतिविधि की संभावना नहीं है।
घायलों की स्थिति और हानि:
भूकंप के परिणामस्वरूप दिल्ली में कुछ इमारतों और भवनों में दरारें पैदा हुईं हैं, जो की संदर्भ में विशेषज्ञों द्वारा जांची जा रही हैं। इस भूकंप के परिणामस्वरूप अब तक किसी भी जानमाल के नुकसान की कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना के परिणामस्वरूप किसी प्रकार की मानवीय या आपदा नहीं हुई है, लेकिन सुरक्षा संबंधित उपायों को ध्यान में रखते हुए निगरानी बनाए रखी जा रही है।
भूकंप के उत्थान और सुरक्षा उपाय:
भूकंप के उत्थान के परिणामस्वरूप दिल्ली में बिजली और पानी की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हुई है। कई जगहों पर यातायात भी प्रभावित हुआ है। सुरक्षा संबंधित मामूले में, लोगों को चाहिए कि वे तुरंत अपने आप को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाएं। यदि आप घर में हैं, तो दरवाजे और खिड़कियां बंद करें और यदि बाहर हैं, तो किसी सुरक्षित स्थान पर छिप जाएं।
इस समय, सभी को अत्यधिक सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए सलाह दी जाती है। भूकंप के बाद, अपने आसपास की क्षति की जांच करना भी महत्वपूर्ण है। यदि किसी भी प्रकार की क्षति दिखाई दे, तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करना चाहिए।
इस समय, हम सभी को सुरक्षित रहने की सलाह दी जाती है, और अपने परिवार और समुदाय के सदस्यों की सुरक्षा के लिए उपायों को अपनाने की सलाह दी जाती है। भूकंप के जोखिम को कम करने और सुरक्षा के उपायों का पालन करने से हम अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं।
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जिसके बारे में पूरी तरह से अनुमान लगाना संभव नहीं है। हालांकि, भूकंप के कारण आने वाली नुकसान को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं।