नई दिल्ली, 27 अक्टूबर 2023: साल 2023 का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण शनिवार, 28 अक्टूबर को लगने जा रहा है। यह ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण को अशुभ माना जाता है। इस दौरान कुछ धार्मिक नियमों का पालन करना आवश्यक होता है।
साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगेगा। यह ग्रहण आंशिक होगा और भारत में भी दिखाई देगा। ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर को शाम 4:06 बजे से शुरू होगा और 29 अक्टूबर को सुबह 5:16 बजे तक रहेगा।
मुख्य बातें:
- चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को रात 1:06 बजे से शुरू होगा और 2:22 बजे तक रहेगा।
- यह ग्रहण भारत, एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा।
- ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर को शाम 4:06 बजे से शुरू होगा और 29 अक्टूबर को सुबह 5:16 बजे तक रहेगा।
विस्तृत विवरण:
साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को रात 1:06 बजे से शुरू होगा और 2:22 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण आंशिक होगा, जिसका अर्थ है कि चंद्रमा सूर्य के प्रकाश के केवल कुछ हिस्सों को अवरुद्ध करेगा। ग्रहण का अधिकतम चरण 2:22 बजे होगा, जब चंद्रमा का 63% हिस्सा सूर्य के प्रकाश से ढका होगा।
यह ग्रहण भारत, एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में, ग्रहण का प्रारंभिक चरण उत्तरी और पूर्वी भारत में दिखाई देगा, जबकि ग्रहण का अंतिम चरण दक्षिण और पश्चिम भारत में दिखाई देगा।
ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर को शाम 4:06 बजे से शुरू होगा और 29 अक्टूबर को सुबह 5:16 बजे तक रहेगा। सूतक काल के दौरान, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ शुभ कार्यों को करना वर्जित माना जाता है।
ज्योतिषीय प्रभाव:
ज्योतिषियों का मानना है कि चंद्र ग्रहण का प्रभाव व्यक्ति और देश दोनों पर पड़ता है। आंशिक चंद्र ग्रहण का प्रभाव आमतौर पर कम होता है, लेकिन फिर भी यह कुछ हद तक अशुभ माना जाता है। इस दौरान कुछ लोगों को शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
ज्योतिषियों के अनुसार, यह ग्रहण कुछ हद तक अशुभ हो सकता है। यह ग्रहण मेष राशि में लगेगा, जो एक उग्र राशि है। इस राशि के प्रभाव से लोगों में क्रोध, आक्रामकता और अशांति बढ़ सकती है। इसके अलावा, इस ग्रहण से आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता भी बढ़ सकती है।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ग्रहण का प्रभाव व्यक्तिगत स्तर पर भी हो सकता है। कुछ लोगों को इस ग्रहण से लाभ हो सकता है, जबकि दूसरों को नुकसान हो सकता है।
सुरक्षा उपाय:
चंद्र ग्रहण के दौरान, चंद्रमा सूर्य के प्रकाश से ढका होता है। इस दौरान, चंद्रमा के प्रकाश में देखने से आंखों को नुकसान हो सकता है। इसलिए, चंद्र ग्रहण को देखने के लिए विशेष सुरक्षा चश्मे या उपकरण का उपयोग करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण को सुरक्षित रूप से देखने के लिए कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:
- ग्रहण को देखने के लिए हमेशा एक सुरक्षित चश्मा या दूरबीन का उपयोग करें।
- ग्रहण को नग्न आंखों से देखने से आंखों को नुकसान हो सकता है।
- ग्रहण को देखने के लिए एक अच्छी जगह चुनें जहां आसपास कोई चमकदार रोशनी न हो।
इसके अलावा, चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ धार्मिक अनुष्ठान करने से भी बचना चाहिए। इन अनुष्ठानों को अशुभ माना जाता है।